Darshit SinghAug 3, 20222 min readसमाज के बंद दरवाज़ेसमाज के इन बंद दरवाजों, की आड़ में सब कुछ हो जाता है, पहले पीटा जाता है, फिर मूँह दबोचा जाता है, इन्सानियत को परे रख, हैवानियत का स्वरूप...