यादों का सफर
गुजरता ये साल भी गुजर गया, उसका खयाल भी गुजर गया ज़हन में जो यादें थी, यादें का कारवां भी गुजर गया पन्नो के बीच मेरा अतीत भी गुजर गया ।...
यादों का सफर
बेटा अब लौट आओ ना....
होस्टल और जिंदगी
मैं खुद एक कविता हूँ, एक किस्सा हूँ
मैं तुम्हारे साथ हूँ
मैं हिन्दुस्तान बोल रहा हूँ
मैं भारत महान हूंँ
वो कल की ही तो बात है
लूट तू लाना
मैंने देखा है
मैं अब घर जाना चाहती हूंँ
कर्ण एक अद्भुत चरित्र