प्रतीक्षा
प्रतीक्षा अर्थात इंतजार इंतज़ार वो किसी के आने का, इंतज़ार वो किसी के जाने का इंतज़ार उन नौ महिनो का, और फ़िर इंतज़ार उसी मिट्टी में मिल...
बेटा अब लौट आओ ना....
होस्टल और जिंदगी
मैं खुद एक कविता हूँ, एक किस्सा हूँ
मैं तुम्हारे साथ हूँ
मैं हिन्दुस्तान बोल रहा हूँ
मेरा एक दोस्त
वो कल की ही तो बात है
मैंने देखा है
मैं अब घर जाना चाहती हूंँ
कर्ण एक अद्भुत चरित्र
कैसे इतना जल्दी वक़्त बीता
उस रोज़ उस पल
महाभारत – आईना जुनून का ?
समाज के बंद दरवाज़े
एक खत उस समाज के नाम
दिवाली घर से दूर